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Showing posts from December, 2017

Signs of Breast Cancer

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Signs of Breast Cancer :                            दोस्तों जैसा की हम सब जानते है की ब्रैस्ट कैंसर महिलाओं के लिए बदलते समय में एक जटिल बीमारी के रूप में उभर कर के सामने आई है जैसा की हम सब जानते है की यदि हमें कोई बीमारी होने को होगी तो उसके लक्षण हमको दूर से दिखाई देने लगते है \यदि हम उन्लाक्षानो को पहचान ले तो हम उस होने वाली बीमारी से बच सकते है इसी प्रकार महिलाओं में होने वाले ब्रैस्ट कैंसर के लक्षणों को पहचान कर इनका बचाओ कर लिया जाये तो हम ब्रेस्ट कैंसर से बच सकते है तो आइये जानते है की ब्रैस्ट कैंसर के होने से पहले कौन कौन से लक्षण दिखाई देने लगते है  1 - Breast Pain :                                                 ब्रैस्ट कैंसर होने के शुरुआती दिनों में ब्रैस्ट में या ब्रैस्ट के आस पास हल्के - हल्के दर्द का अहसास होने लगता है कभी कभी इस दर्द का आभास नही होता है पर समय के ...

amarbel ke fayde

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अश्वगंधा के फायदे :- दोस्तों अश्वगंधा आयुर्वेदिक की एक बहोत ही प्रसिद्ध और गुणकारी औषधी है और इसके बहोत सारे फायदे है।  आपने अश्वगंधा के बारे में कही सुना होगा।  पर आज मै आप को अश्वगंधा के बारे में detail में बताने जा रहा हु।  अश्वगंधा को  English में winter cherry  कहा जाता है।  अश्वगंधा यह संस्कृत नाम है।  अश्वगंधा का मतलब होता है घोड़े की सुगंध मतलब जब आप इसकी सुगंध लेते है तो वह घोड़े के सुगंध जैसे लगती है। और इसके सेवन के बात हम में जो power , energy , आती है उसकी तुलना घोड़े की power और energy से की है।  इसलिए इसे अश्वगंधा कहा जाता है। वैसे तो अस्वगंधा के पत्ते का भी प्रयोग किया जाता है  पर औषधी में इसके पाउडर का ही उपयोग किया जाता है।  यह पाउडर वास्तव में अश्वगंधा के पौधे की जडे होती है जिसे सुखाकर बाद में इसका चूर्ण बनाकर उपयोग में लाया  जाता है। अश्वगंधा का सेवन हमे फुर्तीला , बलवान , बनता है।  यह बहोत से रोगो में कारगर है।  यहाँ तक U .S. FDA  ( यूनाइटेड स्टेट फ़ूड एंड ड्रग एसोसिएशन ) ने इसे कई सारे रोगो के इल...

tulsi ke fayde

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ज़्यादातर हिंदू परिवारों में तुलसी की पूजा की जाती है. इसे सुख और कल्याण के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है. लेकिन धार्मिक महत्व के अलावा तुलसी को एक औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है. इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. सर्दी-खांसी से लेकर कई बड़ी बीमारियों में भी एक कारगर औषधि है तुलसी. आयुर्वेद में तुलसी तथा उसके विभिन्न औषधीय गुणों का एक विशेष स्थान है. तुलसी को संजीवनी बूटी के समान भी माना जाता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा में तुलसी के पौधे के हर भाग को स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद बताया गया है. तुलसी की जड़, उसकी शाखाएं, पत्ती और बीज सभी का अपना-अपना अलग महत्व है. आमतौर पर घरों में दो तरह की तुलसी देखने को मिलती है, एक जिसकी पत्त‍ियों का रंग थोड़ा गहरा होता है और दूसरा, जिसकी पत्तियों का रंग हल्का होता है. तुलसी शरीर का शोधन करने के साथ-साथ वातावरण का भी शोधन करती है तथा पर्यावरण संतुलित करने में भी मदद करती है. आइये आज आपको बताते हैं तुलसी के कुछ घरेलू नुस्खों से होने वाले फायदे के बारे में, जिन्हें अपनाकर आपको कई पुराने रोगों से निजात मिल सकती है. 1....

adrak ras ke fayde

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अदरक के जूस के औषधीय गुण:- अदरक का इस्तेमाल आप चाय व खाना बनाने के लिए करते हो। आपकी उम्र चाहे जो भी हो आपकी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है अदरक का रस। उम्र बढ़ने के साथ शरीर कमजोर और बीमार होता चला जाता है ऐसे में यदि आप पहले से ही अपने शरीर के बारे में चिंता करेगें तो आपको आगे चलकर बहुत फायदें हो सकते हैं। अदरक का जूस पीने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती हैं। इसके अलावा डायबिटीज और गठिया के दर्द से भी राहत मिलती है। अदरक का जूस पीने से कोलस्ट्रोल कम होता है। यदि आप रोज अदरक का जूस पीएगें तो आपको  गले की बीमारी, बुखार, जुकाम और सर्दी, सिर दर्द और कैंसर जैसी बीमारियां नहीं लगेंगी। अदरक के जूस के अन्य फायदों को जानने से पहले हम आपको बताते हैं कैसे बनता है अदरक का जूस। सामग्री एक छोटा कटा हुआ अदरक नींबू शहद। सबसे पहले आप अदरक को अच्छे से धो कर के साफ कर करें और इसे काट लें। फिर इन कटे हुए अदरक के टुकड़ों को मिक्सर में अच्छे से पीस लें। अब इसके जूस को किसी गिलास में निकाल लें और इसमें उपर से शहद और थोड़ा नींबू निचोड़ दें। लीजिए ये तैयार है आपका अदरक का रोग...

Amarbel ke fayde

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अमरबेल के कुछ औषधीय गुणों की चर्चा यह एक ही वृक्ष पर प्रतिवर्ष पुनः नवीन होती है तथा यह वृक्षों के ऊपर फैलती है , भूमि से इसका कोई सम्बन्ध नहीं रहता अतः आकाशबेल आदि नामों से भी पुकारी जाती है | अमरबेल एक परोपजीवी और पराश्रयी लता है , जो रज्जु [रस्सी ] की भांति बेर , साल , करौंदे आदि वृक्षों पर फ़ैली रहती है | इसमें से महीन सूत्र निकलकर वृक्ष की डालियों का रस चूसते रहते हैं , जिससे यह तो फलती- फूलती जाती है , परन्तु इसका आश्रयदाता धीरे - धीरे सूखकर समाप्त हो जाता है | आज हम अमरबेल के कुछ औ षधीय गुणों की चर्चा कर रहे हैं ---- १-अमरबेल को तिल के तेल में या शीशम के तेल में पीसकर सर पर लगाने से गंजेपन में लाभ होता है तथा बालों की जड़ मज़बूत होती हैं | यह प्रयोग धैर्य पूर्वक लगातार पांच से छह सप्ताह करें | २- लगभग ५० ग्राम अमरबेल को कूटकर १ लीटर पानी में पकाकर , बालों को धोने से बाल सुनहरे व चमकदार बनते हैं तथा बालों का झड़ना व रुसी की समस्या इत्यादि भी दूर होती हैं | 3-अमरबेल के १०-२० मिलीलीटर रस को जल के साथ प्रतिदिन प्रातःकाल पीने से मस्तिष्कगत तंत्रिका [Nervous System ] रोगों का ...

Dalchini ke fayde or nuksan side effects

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 दालचीनी के फायदे और उपयोग               स्वादिष्ट और सुगन्धित  दालचीनी का हम मसालों में हर दिन उपयोग करते हैं. यह श्रीलंका और दक्षिण भारत में ज्यादा मिलता है. यह एक पेड़ की छाल होती है. यह केवल मसाले के रूप में हीं नहीं उपयोगी है, बल्कि यह पाचन, वातहर, स्तंभण, गर्भाशय उत्तेजक, गर्भाशय संकोचक एवं शरीर उत्तेजक है. तो आइए जानते हैं कि दालचीनी के और क्या-क्या फायदे हैं और इसके क्या-क्या उपयोग हो सकते हैं : चाय या कॉफ़ी में दालचीनी डालकर पीने से चाय और कॉफ़ी का स्वाद बढ़ जाता है और जुकाम भी ठीक हो जाता है. इसे मैक्‍सिको में चॉकलेट बनाने में भी प्रयोग किया जाता है. दालचीनी का उपयोग मधुमेह में भी फायदेमंद है. खाने में दालचीनी पाउडर का 1 चम्‍मच उपयोग खून में शर्करा के स्‍तर को कम करता है. दालचीनी गर्म होती है, इसलिए ठण्ड के दिनों में इसके प्रयोग से सर्दी, खांसी जुखाम से राहत मिलती है. जिन्हें जोड़ों के दर्द की समस्या हो, उन्हें हर दिन सुबह आधा चम्‍मच दालचीनी पाउडर को एक बड़े चम्‍मच शहद में मिला कर सेवन करने से बहुत जल्दी फायदा होता है. ...